Friday, September 7, 2012

अरुणोदय ( Daybreak )

[शनै -शनै (gradually - gradually); विलुप्त (disappear); चाँदनी (moon-light); क्षितिज (horizon); स्वर्ण रथ (Golden Chariot); वसुन्धरा (Earth); किरण (ray); विहग-वृंद (flock of birds); सुमन-चमन (Flower garden); हिमगिरी (Himalayas); भागरथी (Holy River Ganga); करुणा (compassion); उषा (Sunup); कनक-थाल (Gold - tray); नवआशा (New Hope); नवोत्साह (New excitement);]

शनै -शनै तारामंडल विलुप्त होने लगा !

चाँदनी समेटे चाँद भी क्षितिज की ओर चला !!

स्वर्ण-रथ से उतरी वसुन्धरा पर किरण !
चहक उठे विहग-वृंद खिला सुमन-चमन !!


रवि-रश्मि छूकर हिमगिरी के भाल को !

भागरथी बन सींच रही करुणा से संसार को !!

उषा सजाये कनक-थाल में नवआशा, नवोत्साह !
प्राणियों में कर रही नव-जीवन-रस संचार !!
 "ReNu"



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