न जाने कितनी रातें आई
न जाने कितनी गुजर गईं
झपकती रही आखें मेरी
पर नींद कभी आई नहीं !!
हर पल सिसकी सांसें मेरी
जिन्दगी में लगी कुछ कमी
याद तो आती रही बार-बार
पर लौट कर तुम आये नहीं !!
आँसू बहाती मै रह गयी
तुम मुस्कुराते रह गए
साथ मेरे सिर्फ तन्हा रहा
न जाने तुम कहाँ चले गए !!
Asha Prasad "ReNu"
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