Tuesday, April 24, 2018

Poems from my heart to touch your heart : ! भगवान बन न मंदिर में बैठ !

Poems from my heart to touch your heart : ! भगवान बन न मंदिर में बैठ !: दे इतनी न पीड़ा मुझको , कि तुम से नफरत कर बैठूं ! दे इतनी न खुशियाँ मुझको , कि दर्द औरों का समझ न सकूँ !! दे इतना न आंसूं मुझको , कि अस्...

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