Twadiyam vastu govinda tubhyameva samarpaye !
हृदय समर्पण किया तुमको,
अब प्राण समर्पण करती हूँ !
जो तेरा था दे दिया तुमको,
अब बचा नहीं कुछ देने को !!
हृदय लगा लो या ठुकराओ,
चाहे मुझे खाक में मिलाओ !!
मैंने तो अपना यह जीवन,
तुम पर ही निसार किया !! "ReNu"
Copyright© reserved by Poetess Asha Prasad "ReNu"
हृदय समर्पण किया तुमको,
अब प्राण समर्पण करती हूँ !
जो तेरा था दे दिया तुमको,
अब बचा नहीं कुछ देने को !!
हृदय लगा लो या ठुकराओ,
चाहे मुझे खाक में मिलाओ !!
मैंने तो अपना यह जीवन,
तुम पर ही निसार किया !! "ReNu"
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